*तोड़ा अनुशासन तो जीवन*
*जाने पर सवाल मत कीजिये।*
हम सुरक्षित, समाज सुरक्षित
देश सुरक्षित, यही विधान है।
जो माने महामारी अनुशासन
को वही तो सच्चा इंसान है।।
मिलने से बनती कड़ी टूट भी
जाती है यह दूरी बनाने से।
नहीं मानी तो जान लीजिये
कि बस मौत ही अंजाम है।।
अपनी और अपनों की आप
रोज ही फिक्र लीजिये।
हर सावधानी बरतने के लिए
अपनों से रोज़ जिक्र कीजिये।।
खुद रहें सचेत और आप हर
किसी को भी सजग करते रहें।
तोड़ने को आप लॉक डाउन
कोई तर्क कुतर्क मत दीजिये।।
जाने अनजाने करके गलती
आप जीना मुहाल मत कीजिये।
करके गलती यूँ ही पछताने का
आप मलाल भी मत कीजिये।।
घर में ही रहें अभी जानबूझ कर
बबाल मत लें मोल कभी।
नहीं माने तो फिर जिन्दगी जाने
पर कोई सवाल भी मत कीजिये।।
*रचयिता।एस के कपूर "श्री हंस"*
*बरेली।*
मो 9897071046
8218685464
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