एस के कपूर "श्री हंस"* *बरेली।*

*दिनाँक।   11 अप्रैल।  2020  ।*
*विषय।।।।।।*
*यूँ ही तन्हाइयों में।।।।।।*


यूँ ही   तन्हाइयों  में  मत
घिरिये उदासी से।
जियें   जीवन  को  आप
बस  शाबासी से।।
देखिये   जिंदगी से कभी
जिंदगी न हो कम।
बस जियो   जीवन    बन
कर   विश्वासी  से।।


तन्हाई में भी  सोच   तेरी
सकारात्मक   रहे।
कभी भूल कर  भी  सोच
न नकारात्मक रहे।।
तेरा दृष्टिकोण तय  करेगा
तेरी   जीवन यात्रा।
सबके प्रति भाव  तेरा बस
सुरक्षात्मक    रहे।।


यूँ ही तन्हाइयों में भी सोचें
आगे   क्या  करना  है।
जीवन की हर   कठनाई से
हमें  जरूर लड़ना    है।।
तन्हाइयों में चुनें मीठी यादों
को बुने भविष्य के सपने।
बनाना जीवन को  हमें  एक
शीतल    झरना      है ।।


*रचयिता।एस के कपूर "श्री हंस"*
*बरेली।*
मो।    9897071046
          8218685464


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