मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के धरती पर अवतार ग्रहण के दिवस पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं सम्प्रेषित अपने दो घनाक्षरी छंदों के साथ-
(1)
प्राणों में समाए राम, कौशल्या के जाए राम,
राम राम राम राम राम गाते रहिए।
राम का जवाब राम, पुण्य का हिसाब राम,
राम की कथा को सुनते सुनाते रहिए।
मर्यादा पुरुष राम , मेटते कलुष राम,
भक्ति में सदैव उनकी नहाते रहिए।
बिगड़ी बनाते राम, क्या नहीं दिलाते राम,
जय राम जी की कहते कहाते रहिए।
(2)
तुलसी के प्यारे राम, सब के दुलारे राम,
यश गाते जिनका हृदय थकता नहीं।
अवध के भूप राम, शक्ति के स्वरूप राम,
हतभागी है जो राम राम भजता नहीं।
जो पुकारते हैं राम, उन्हें तारते हैं राम,
राम रटने से कोई काम रुकता नहीं।
धर्म के प्रतीक राम, देते हर सीख राम,
राम सा चरित्र दुनिया में दिखता नहीं।
- - - - - - - -
-गौरव शुक्ल
मन्योरा
लखीमपुर खीरी
"काव्य रंगोली परिवार से देश-विदेश के कलमकार जुड़े हुए हैं जो अपनी स्वयं की लिखी हुई रचनाओं में कविता/कहानी/दोहा/छन्द आदि को व्हाट्स ऐप और अन्य सोशल साइट्स के माध्यम से प्रकाशन हेतु प्रेषित करते हैं। उन कलमकारों के द्वारा भेजी गयी रचनाएं काव्य रंगोली के पोर्टल/वेब पेज पर प्रकाशित की जाती हैं उससे सम्बन्धित किसी भी प्रकार का कोई विवाद होता है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी उस कलमकार की होगी। जिससे काव्य रंगोली परिवार/एडमिन का किसी भी प्रकार से कोई लेना-देना नहीं है न कभी होगा।" सादर धन्यवाद।
गौरव शुक्ल मन्योरा लखीमपुर खीरी
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