कालिका प्रसाद सेमवाल

🌞प्रार्थना🌞 
 प्रभु नाम जपने से नवजीवन मिलता है ।
तन मन का मुरझाया , उपवन खिलता है।
अन्तर के कोने में इक दीपक जलता है।
               प्रभु नाम जपने से .....


संसार समुन्दर गहरा,हां हां गहरा,
 कर्मो का हर ओर लगा है पहरा।
सब छोड़ जगत की माया, हां हां माया,
ले लो तुम प्रभु शरण की  छाया
तन मन का मुरझाया उपवन......


प्रभु सुमरन से, संताप सभी टल जाएं।
तूफां में भी पार भी, भव सागर से पार पाते है,
सब बंधन से मुक्त ,हो जाते  है
तन मन  का मुरझाया उपवन...
🌹🌹🌹🌻🌻🌻🌷🌷🌷
     कालिका प्रसाद सेमवाल
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