कुमार🙏🏼कारनिक*  (छाल, रायगढ़, छग)

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   *भीम है मसीहा*
  (मनहरण घनाक्षरी)
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महान    समाज-शास्त्री,
है   महान  अर्थ-शास्त्री,
ज्ञाता   व   रचयिता  ये,
       विश्व में  महान है।
🙏🏼📙
संविधान    है    हमारा,
प्राणों से भी यह प्यारा,
भीमराव    है   मसीहा,
     दलितों का मान है।
🇮🇳🌼
मन  में  न  रखो  खोट,
ऊँच  नीच   सब  छोड़,
भीम की  यही  प्रतिज्ञा,
      दिलाए सम्मान है।
🤝🏻🌻
बुद्ध     रैदास    कबीर,
भीम     हुए    बलवीर,
मानवता   के    प्रतीक,
     दुनियां की शान है।
🌸🙏🏼



(बाबा साहब डॉ भीमराव 
अंबेडकर जी की १२९वीं 
जयंती की  हार्दिक बधाई 
एवं शुभकामनाएँ💐🙏🏼
*कुमार🙏🏼कारनिक*
 (छाल, रायगढ़, छग)
 मगसम-१८११/१८
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