निशाअतुल्य
देहरादून
विपरीत परिस्थिति
18.4.2020
सयंमित मन किया
ख़ुद से मनन किया
जरूरतें कम हुई
मन समझाइये ।
आहार और विचार
जीवन का है आधार
कम में भी काम चले
ये समझ जाइये।
घर में ही सब रहें
स्वस्थ ये समाज बने
मन में दृढ़ निश्चय
सब जन धारिये।
मिलेगी विजय हमें
सब जन साथ रहें
हारेगी ये विपदाएं
ऐसा विचारिये ।
स्वरचित
निशा"अतुल्य"
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