एकता का संदेश
आओ हम सुमत का दीप जला ये
हम करोड़ों नहीं, एक भारतीय परिवार है
यह संदेश,सम्पूर्ण विश्व में पहुंचाये
मां भारती के धरती पर जन्म लिया है
राम कृष्ण और गौतम गांधी ने
अहिंसा प्रेम और त्याग पहचान है
मां भारती के
इसीलिये सुख शांति की सुगंध
आती है,मेरे भारत देश की माटी में
आओ हम सुमत का दीप जलाये
हम करोड़ों नहीं, एक भारतीय परिवार है
यह संदेश,सम्पूर्ण विश्व में पहुंचाये
दुनिया बम का इस्तेमाल करें या रखे अपने थाथी में
हवा और पानी नहीं निकलता यारो
ये बम और टोपो के धमाकों से
हिरोशिमा और नागासाकी की याद
आज भी बार बार आती है
सच्चा सुख मिलती है,भारत देश की माटी में
आओ हम सुमत का दीप जलाये
हम करोड़ों नहीं, एक भारतीय परिवार है
यह संदेश सम्पूर्ण विश्व में पहुंचाये
प्रीति से बढ़कर,बताओ कौन सी कृति है
गंगा जमुना सरस्वती की पावन जल धारा
भारत मां की चरण,पखारती है
हम उस मां, भारती के संतान है
जिनकी महिमा सबसे न्यारी है
आओ हम, सुमत का दीप जलाये
हम करोड़ों नहीं, एक भारतीय परिवार है
यह संदेश,सम्पूर्ण विश्व में पहुंचाये
नूतन लाल साहू
"काव्य रंगोली परिवार से देश-विदेश के कलमकार जुड़े हुए हैं जो अपनी स्वयं की लिखी हुई रचनाओं में कविता/कहानी/दोहा/छन्द आदि को व्हाट्स ऐप और अन्य सोशल साइट्स के माध्यम से प्रकाशन हेतु प्रेषित करते हैं। उन कलमकारों के द्वारा भेजी गयी रचनाएं काव्य रंगोली के पोर्टल/वेब पेज पर प्रकाशित की जाती हैं उससे सम्बन्धित किसी भी प्रकार का कोई विवाद होता है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी उस कलमकार की होगी। जिससे काव्य रंगोली परिवार/एडमिन का किसी भी प्रकार से कोई लेना-देना नहीं है न कभी होगा।" सादर धन्यवाद।
नूतन लाल साहू
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