नूतन लाल साहू

दुर्गाष्टमी के अवसर पर समर्पित
             भजन
जरा फूल बिछा दो,आंगन में
मेरी मइया आने वाली है
कोई मइया की पायल लेे आओ
कोई मइया की बिछिया ले आओ
सब मइया की जय जयकार करो
मेरी मइया आने वाली है
जरा फूल बिछा दो आंगन में
मेरी मइया आने वाली है
कोई मइया की कंगन ले आओ
कोई मइया की चूड़ी लेे आओ
सब मइया की जय जयकार करो
मेरी मइया आने वाली है
जरा फूल बिछा दो आंगन में
मेरी मइया आने वाली है
कोई मइया की साड़ी लेे आओ
कोई मइया की लहंगा ले आओ
सब मइया की जय जयकार करो
मेरी मइया आने वाली है
जरा फूल बिछा दो आंगन में
मेरी मइया आने वाली है
कोई मइया की कुंडल लेे आओ
कोई मइया की झुमका लेे आओ
सब मइया की जय जयकार करो
मेरी मइया आने वाली है
जरा फूल बिछा दो आंगन में
मेरी मइया आने वाली है
कोई मइया की बिंदिया लेे आओ
कोई मइया की फीता ले आओ
सब मइया की जय जयकार करो
मेरी मइया आने वाली है
जरा फूल बिछा दो आंगन में
मेरी मइया आने वाली है
कोई मइया की चोली ले आओ
कोई ध्वजा नारियल लेे आओ
सब मइया की जय जयकार करो
मेरी मइया आने वाली है
जरा फूल बिछा दो आंगन में
मेरी मइया आने वाली है
नूतन लाल साहू


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