(003) 🙏🏻 *प्रतिभा प्रभाती* 🙏🏻
-------------------------------------------------------------
नित करूं मैं वंदन प्रभु!जी ,
चरण पखारूँ, आठों याम ।
कर्म धर्म पूजा न जानूँ ,
मुझे सिखा दो मेरे राम ।
रहे शीश पर तेरा हाथ ,
जीवन भर का दे दो साथ ।
नित्य मैं अभिनंदन गाऊँ ,
तेरे चरण पड़ूँ रघुनाथ ।
माँ- तात को नमन करूँ मै,
उनको झुकाऊँ रोज माथ ।
अग्रजों को नमन सदा ही ,
अनुजों को नित्य राम राम ।।
🌹 *प्रतिभा प्रसाद कुमकुम* 🌹
(सर्वाधिकार सुरक्षित)
दिनांक 3.4.2020....(003)...
_________________________________________
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें