🚩हमें बचा लो हनुमत वीरा🚩
जय जय जय अंजनी के लाला।
पवन पुत्र कर गदा विशाला।
शंकर सुवन केसरी नंदन।
हाथ जोड़ करते हम वंदन।
श्री रघुवर प्रिय, हे बलशाली।
तुम ही इस बगिया के माली।
उजड़ न जाए बगिया सारी।
आई है आॅ॑धी यह भारी।
'कोरोना' कहते हैं इसको।
रोको हे प्रभु बढ़ते विष को।
त्राहिमाम करते नर नारी।
आए हैं प्रभु शरण तुम्हारी।
संकट मोचन नाम तुम्हारा।
संकट में प्रभु बनो सहारा।
इस विपदा से मुक्ति दिलाओ। 'कोरोना' को मार भगाओ।
खड़ी हुई 'सुरसा' मुॅ॑ह बाए।
हम सबको यह निगल न जाए।
हमें बचा लो हनुमत वीरा।
धरि पुनि हे प्रभु वृहद शरीरा।
।। राजेंद्र रायपुरी।।
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