राजेश कुमार सिंह "राजेश"

*# काव्य कथा वीथिका #*-95
( लघु कथा पर आधारित कविता)
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सो सच्ची सच्ची कहता हूँ । 
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काव्य कथा वीथिका मेंं , 
      जीवन का हर पुट रहता है । 
मैने उस भारत मेंं जन्म लिया, 
     जो भारत गावों मेंं रहता है ॥ 


मेरी लकड़ी की पटरी थी, 
      संग मेंं जूट का टाट भी था । 
सुन्दर सुलेख की कापी थी, 
       अच्छा खासा ठाट भी था ॥ 


बचपन मेंं पेन को क्या जानू , 
       सरकंडे से हम लिखते थे । 
दुनियाँ हम बना दिया करते, 
जिसे नक्शा भूगोल का कहते थे ॥ 


इतिहास और विज्ञान हमें, 
      हिन्दी मेंं पढ़ाया जाता था । 
वह शक्ति हमें दो दयानिधे , 
       प्रार्थना कराया जाता था ॥ 


इंगलिश का दर्शन हमको, 
         कक्षा छः मेंं ही हो पाया । 
इंगलिश मेंं अब भी कच्चा हूँ, 
           गई नही इसकी साया ॥ 


ऐसा मत समझो अज्ञानी था, 
 स्नातक विज्ञान का छात्र मै था । 
बलिया के टी डी कालेज का, 
        एक सुयोग्य पात्र मै था ॥ 


यद्यपि था ठेठ गांव वाला, 
   पर ला पढ़ने लखनऊ आया । 
तब नशा राजनीति का था, 
   कारण बलिया का मै जाया ॥ 


बचपन से कविता लिखता था, 
      पर नही कवि मै बन पाया । 
पांडुलिपियाँ बनी कई लेकिन, 
    लेकिन पुस्तक ना बन पाया ॥ 


चिकित्सा संवर्ग का छात्र बना, 
     फार्मेसी की खास पढ़ाई की । 
जीवन अर्पित इसके संग की, 
      इसके ही साथ सगाई की ॥ 


यह क्षेत्र प्रेम करुणा का है, 
      सेवा करने का अवसर है । 
साहित्य साधना अभिरुचि है, 
    पर स्वास्थ सेवा सर्वोपरि है ॥ 


था कंप्यूटर का ज्ञान नही, 
     पर चाहत अन्तर्मन की थी । 
अक्सर बेबस हो जाता था, 
      कारण उम्र बावन की थी ॥ 


एक मेल लिखाने के खातिर, 
         घंटो लाइन मेंं रहता था । 
आदर्श, शशांक ही सुनते थे, 
      भईया बाबू मै कहता था ॥ 


लेकिन नसीम ने सुन ली थी, 
   अब कंप्यूटर भी पहचान मेंं था । 
मै अपने फील्ड का मास्टर था, 
      केवल इसका ही ज्ञान न था ॥ 


जीवन मेंं मेहनत करके मैने, 
        काफी कु़छ शोहरत पाई है । 
पर इंगलिश, कंप्यूटर के कारण, 
             हर बार हुईं खिचाई है ॥ 


यह हास्य व्यंग्य सा लगता है़, 
        पर शतप्रतिशत सच्चाई है़ । 
चाहे कोई उपहास करे, 
       मेहनत के दम पर पाई है़ ॥ 


माँ सरस्वती ने शक्ति दी है़, 
      तॊ कथा वीथिका लिखता हूँ । 
अब असली सच सब देख रहे, 
        सो सच्ची सच्ची कहता हूँ ॥ 


राजेश कुमार सिंह "राजेश"
दिनांक 13-04-2020


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