संजय जैन (मुम्बई)

लिखता गाता तुम्हारे लिए..*
विधा : गीत


प्यार दिल से करो, 
तो इसे महसूस करो।
दिल की गैरहराई में,
उतर के तुम देखो।
तेरे दिल में मेरे लिए 
क्या चल रहा..।
कसम उस खुदा की,
सच कहता हूँ मैं।
तुम्हारे दिल से ही,
आवाज़ आ जाएगी।।


दिल मेरा आज,
बहुत उदास है।
तुमको देखने की,
आज बहुत प्यास है।
कैसे कहूँ मैं तुमसे प्रिये,  
 मुझे सच में तुम्ही से प्यार है।।


देख तुमको ही मैं,
गीत मोहब्बत के लिखता हूँ।
कसम से मैं सच कहता हूँ,
लेखनी का आधार तुम ही हो।
भले ही हकीकत में हम,   
 तुमसे बहुत दूर सही।
पर दिल से तुम्हारे, 
बहुत करीब हूँ मैं।।


दिलकी धड़कने मोहब्बत पर,
मुझसे लिखवाती है।
देख प्यारीहंसी और बाते तेरी,
मेरे दिल को वो बताती है।
तभी तो संजय मोहब्बत के,
गीत लिख और गाता पता है।
इसका सारा श्रेय प्रिये, 
तुम्ही को जाता है।।


जय जिनेन्द्र देव की
संजय जैन (मुम्बई)
19/04/2020


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