जरा सोचिए...............
जरा सोचिए उनके लिए हे करुणा आगार
राष्ट्र समाज की खातिर न खुद से भी प्यार
मौत समक्ष खड़ी उनके नहीं डाले हथियार
बन के रक्षक मानवता के निशदिन है तैयार
कोई चिकित्सक कोई प्रहरी कोई जमादार
कोरोना को हरायेंगे नहीं मानेंगे हम हार
भूख प्यास आतप सह नहीं त्यागे संस्कार
राष्ट्र मुसीबत में नहीं आये छोड़े है परिवार
मातृभूमि के लाडलों का करो सभी सत्कार
यही प्रार्थना ले माधव "सत्य"आया तेरे द्वार।
युगलरूपाय नमो नमः 🌹🌹🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏
सत्यप्रकाश पाण्डेय
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