आज जगत संतप्त है स्वामी
घर ही कारावास बना
कष्ट मुक्ति का न कोई रास्ता
कोरोना अविश्वास बना
दहशत सी बैठ गई है जन में
रहता है सदा भयभीत
और कोई नहीं आश्रय दिखता
बनो मोहन तुम्ही मीत
भक्त वत्सल हे नटवर नागर
सुनो"सत्य"का अनुरोध
अब तो त्राण दिलाओ भगवन
हो गया है शक्ति बोध।
राधे राधे श्याम मिला दे🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹
सत्यप्रकाश पाण्डेय
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