अद्भुत रूप युगलछवि कौ
न्यौछावर दुनियां सारी
मम हृदय में बसों निरन्तर
श्रीराधे व कुंजबिहारी
मोहिनी मूरत नाथ तुम्हारी
काटे भव की महामारी
प्राणी मात्र त्राहि त्राहि करे है
जग जीवन रहे सुखारी
आनन्दकन्द हे मधुसूदन प्रभु
सत्य तो शरण तुम्हारी
ऐसी तान छोड़ दो मुरलीधर
सुख से रहे प्रजा प्यारी।
युगलरूपाय नमो नमः🌹🌹🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏
आओ जीवन अंग बना लें
श्री राम के आदर्श को
आओ हम हृदय में बसा लें
श्रीराम के रूप रंग को
पार करें हम भवसागर को
लेके राम नाम पतवार
मिट जायें दुःख दर्द सभी के
भज लेवें करुणावतार।
श्रीराम जन्मदिन की अनन्त शुभकामनाओं के साथ, आपका जीवन मंगलमय हो🌹🌹🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏
सत्यप्रकाश पाण्डेय
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