हर पल मेरे हिय बसो,
नटवर नन्दकिशोर।
बृषभानु सुता के संग,
रहे प्रीति की डोर।।
जगत पालक नारायण,
भूल न जाऊं तोय।
करुणानिधि अपने ह्रदय,
बास दीजिए मोय।।
युगलरूप की चरण रज,
मैं हृदय लूं रमाय।
तन मन सब अर्पित करूं,
जन्म सफल हो जाय।।
मम जीवन आधार तुम,
मात पिता अरु मीत।
माधव स्नेह बना रहे,
चरण कमल में प्रीत।।
"सत्य" शरण प्रभु आपकी,
रखियों सदा दुलार।
बृजरानी को साथ ले,
करियों कृपा करतार।।
कोरोना के कहर से,
जन व्यथित नन्दलाल।
महाव्याधि से जग बचे,
मनमोहन गोपाल।।
श्री युगलरूपाय नमो नमः🌹🌺🍁🌸💐🙏🙏🙏🙏🙏
सत्यप्रकाश पाण्डेय
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