कविता:-
*" बजरंगबली"*
" राम भक्त हनुमान ही,
कहलाते जग में-
बजरंगबली।
अमर हैं जग में राम कृपा से,
सबके कष्ट हरते-
महावीर बजरंगबली।
महिमा उनकी अपार जग मे,
जो जन जाने-माने-
करते बेढ़ापार बजरंगबली।
संकटहरण मंगल मूरत रूप हैं,
जो शरण गया उनके-
नैया पार लगाते बजरंगबली।
हरे पीड़ा तन मन की,
राम भक्त हनुमान-
कहलाते वही बजरंगबली।
अष्टसिद्धि नव निधि के दाता,
हरते जीवन का दु:ख-
बजरंगबली।
राम भक्त हनुमान ही,
कहलाते जग में-
बजरंगबली।।"
ःःःःःःःःःःःःःःःः
सुनील कुमार गुप्ता
sunilgupta
ःःःःःःःःःःःःःःःःःः 09-04-2020
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