सुनीता असीम

यार एक बनाकर देखो।
दिल का राग सुनाकर देखो।
***
मिट जाएंगे दिल के छाले।
मरहम प्रेम लगाकर देखो।
***
माया मोह सभी छूटेंगे।
गीता सार सुनाकर देखो।
***
सुख के अब बादल बरसेंगे।
दुख को सिर्फ भुलाकर देखो।
***
मन को चैन अनोखा मिलता।
बस इक जान बचाकर देखो।
***
दर्द मिलेगा नित नूतन ही।
दिल का रोग लगाकर देखो।
***
इक धोखा हम भी खाएंगे।
इक धोखा तुम खाकर देखो।
***
सुनीता असीम
१३/४/२०२०


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