माहेश्वरी विष्णु असावा              बिल्सी जिला बदायूँ

आज माहेश्वरी वंशोत्पत्ती दिवस की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं


 


उत्पत्ति का दिवस हमारा प्रभु ने हमें बनाया


हर उत्सव से बढ़कर हमने अपना पर्व मनाया


 


है महेश नवमी की तिथि ये हमें हर्ष है भारी


इसी दिवस से सींची प्रभु ने माहेश्वरी क्यारी


 


हैं सन्तान महेश्वर की महेश्वरी कहलाये


नगर-नगर और देश-देश में विश्व पटल पर छाये


 


इक्यावन सौ त्रेपनवाँ ये बर्ष लगा है आकर


गर्व से फूले नहीं समाते इस समाज को पाकर


 


शिवशंकर हैं जनक हमारे दक्ष सुता महतारी


इनके ही तो आशिष से ये फूल रही फुलवारी


 


बैसे हम भोले भाले सबका आदर करते हैं


आ जाये जब बात मान की नहीं कभी डरते हैं


 


सेवा त्याग अरु सदाचार का रस्ता हम अपनाते


हर बूड़े अरु बड़े वृद्ध को झुककर शीश नवाते


 


उनका जब आशीष मिले हम गद्-गद् हो जाते हैं


प्रेम प्यार के गीत खुशी में मद होकर गाते हैं


 


दीप जलाके लगाके चन्दन हम वन्दन करते हैं


शिवशंकर भगवान तुम्हारा अभिनन्दन करते हैं


 


जय महेश जय महेश्वरी का नारा प्रबल हुआ है


बनी रहे अनुकंपा सब पर प्रभु से यही दुआ है


 


शुभकामनाएं इन शब्दों के साथ-साथ स्वीकारो


सामाजिक बन्धू सब मिलकर अब दीपों को वारो


 


सबसे है अनुराग हमें हर कोई हमको प्यारा


भारत का हर प्राणी अपना भारत देश हमारा


 


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           माहेश्वरी विष्णु असावा


             बिल्सी जिला बदायूँ


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