अमित शुक्ला बरेली

******FATHER'S DAY******


किस राह खो गए हो चलना सिखा के हमको।


बिन आपके लगे हैं सौ गम कहां के हमको।


 


सांसें हैं आपकी सब जीवन ही आपका है।


दिखते नहीं क्यों पापा दुनियां दिखा के हमको।


 


होने को हर कोई है पर आप तो नहीं हैं।


इक याद आती जाती हर दिन रुला के हमको।


 


हरगिज न जाने देते या साथ साथ चलते।


जो काश जाते पापा थोड़ा बता के हमको।


 


अनमोल इसलिए हैं क्योंकि हैं आपके हम।


लोग खरीद लेते बरना बोली लगा के हमको।


 


सच हो तो नहीं सकता लेकिन ये सोचते हैं।


कैसे हो अमित पूछो सीने से लगा के हमको।


Miss you papa😔


   @ अमित शुक्ला@


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