यह मेरा हक है
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नियति
"रकवा" नहीं किसी का
खूब जियो
और
जीने दो
यह मेरा हक है ||
इस जगती में
जो भी जीवनरस है
खूब पियो
और
पीने दो
यह मेरा हक है ||
यह लबादा फटा नहीं
जर्जर हृदय से अधिक
खुद सीयो
और
सीने दो
"यह मेरा हक है"
डॉ बीके शर्मा
उच्चैन ,भरतपुर ,राजस्थान
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