डॉ निर्मला शर्मा

ऑनलाइन क्लास 


 


कोरोना के संक्रमण से


बदल गया संसार 


क्षेत्र न कोई छूट रहा


फैले विविध विकार


विकास की गति धीमी हुई


सिमट गया संसार


संक्रमण के कारण से 


ऑनलाइन हुई है क्लास 


माता-पिता और बच्चों को


 हुआ बड़ा संत्रास 


सारा दिन घर में रहे 


हिले ना एक भी पल


कभी न हमने सोचा था


ऐसा होगा कल


याद आ रहै बच्चों को 


स्कूल के वह पल 


बिना किसी अवरोध के


पढ़ते सारे चंचल


खुली कक्षा में बैठकर 


पढ़ने में आनंद 


ऑनलाइन शिक्षण में कहाँ 


शिक्षा की वैसी तरंग 


ऑनलाइन शिक्षण ने किया


 क्लास रूम पर आघात


 वातावरण को बिगड़ रहा


 आनन्द का हुआ अभाव


भेदभाव भी हो रहा


 बच्चों के क्यों साथ? 


शहरी और ग्रामीण में 


शिक्षा बँटी है आज 


संसाधन पूरे नहीं  


हुआ हाल बेहाल


 स्मार्ट क्लास के लिए नहीं


 इंटरनेट का जाल 


प्रतिस्पर्धा की दौड़ में 


बच्चे हुए बीमार 


मनोरोग से ग्रसित हो 


स्वास्थ्य किया है खराब 


एक जगह पर बैठकर 


हो गए लापरवाह 


उत्साह मन का खो गया


हृदय से उठती आह!


स्वास्थ्य भी उनका बिगड़ गया


 मन भी हुआ लाचार 


बिना गाइडलाइन चल रहा


शिक्षा का यह प्रचार


शिक्षक भी है गुजर रहा


 परेशानियों से आज


 दक्षता उसकी भी नहीं


अनायास ही बढ़ गया


शिक्षण का विस्तृत आकाश


डाले कैसे संस्कार वह 


कैसे समझाएं संस्कृति 


आभासी शिक्षण ने ले ली


गुरु की महान पदवी


 डॉ निर्मला शर्मा


दौसा राजस्थान


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