डॉ० प्रभुनाथ गुप्त 'विवश'

भावपूर्ण श्रद्धांजलि सुशान्त सिंह राजपूत 


""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""


 


 


छिछोरा अचानक शान्त हो गया,


हमेशा के लिए सुशान्त सो गया। 


 


वह निभाकर धोनी का किरदार, 


हिन्दी सिनेमा में अमर हो गया।


 


पवित्र रिश्ता का वह सफ़रनामा, 


हमारा प्यारा केदारनाथ खो गया। 


 


वो राबता, पीके और काय पो छे,


ज़रा नच के दिखा अमर हो गया।


 


तुम धड़कते रहोगे दिलों में सदा, 


सुन बेसुध अब 'विवश' हो गया। 


 


मौलिक रचना -


डॉ० प्रभुनाथ गुप्त 'विवश' 


मो० नं० 9919886297


कोई टिप्पणी नहीं:

Featured Post

दयानन्द त्रिपाठी निराला

पहले मन के रावण को मारो....... भले  राम  ने  विजय   है  पायी,  तथाकथित रावण से पहले मन के रावण को मारो।। घूम  रहे  हैं  पात्र  सभी   अब, लगे...