एस के कपूर "श्री हंस"

*सुन ले ए चीन। भारत से तू* 


*टकराना नहीं।*


 


हे सुन लो चीन हमसे तुम


टकराना नहीं।


भारत ने बस सीखा है कभी


घबराना नहीं।।


वक़्त आने पर चीन तुझको


औकात बता देंगें।


बस भारत की शौर्य गाथा को


कभी भुलाना नहीं।।


 


हे चीन हम समझ चुके हैं तेरे


हर चक्रव्यूह को।


जान चुके तेरे सब सच झूठऔर 


हर कब कौन क्यों को।।


तेरी हर फरेबी जाहिर हो चुकी


है पूरे जहान में।


दुनिया का हर देश समझ चुका


तेरी हर हाँ ना यूँ को।।


 


मत शामत बुला चीन कि तेरी


जवानी हिला देंगें।


नभ,जल,थल में तेरी रवानी


को ही भुला देंगें।।


अपने पड़ोसियों की जमीन को


हड़पना काम तेरा।


तेरी विस्तार वादी नीति को हम


बीती कहानी बना देंगें।।


 


*रचयिता।एस के कपूर "श्री हंस"*


*बरेली*


मोब।। 9897071046


                         8218685464


कोई टिप्पणी नहीं:

Featured Post

दयानन्द त्रिपाठी निराला

पहले मन के रावण को मारो....... भले  राम  ने  विजय   है  पायी,  तथाकथित रावण से पहले मन के रावण को मारो।। घूम  रहे  हैं  पात्र  सभी   अब, लगे...