विश्व पर्यावरण दिवस पर मेरी एक कविता
आओ वृक्ष लगाये
पृथ्वी के बदरंग आंचल को
मिल कर हम सजाये
आओ।।।।
पेड़ हमारे जीवन दाता
हवा बिना जीव रह न पता
अपने जीवनदाता का हम
जीवन बचाये
आओ।।
धरा से पेड़ कट रहे
भू क्षरण का हम दंश झेल रहे
अपनी धरती माता को
बंजर होने से बचाये
आओ।।।
वृक्ष हमे फल जड़ी बूटी देते
ऑक्सीजन दे कार्बन पीते
काट काट कर पेड़ो को
धरती न वीरान बनाये
आओ।।
वो अमराई वो पुरवाई कहाँ मिलेगी
शुद्ध वायु हमे कहाँ मिलेगी
ऐसे प्यारे साथी पर
हम न आरी चलवाये
आओ।।।
हमको ये संकल्प लेना है
वृक्ष के बदले वृक्ष देना है
धरती का सिंगार कर हम
हर्षित हो जाये
आओ।।।
एक पेड़ दस पेड़ बराबर
वेद पुराण ये कहते
धन धान्य समृद्धि से सबका
भंडार भरते
वन देवी के पुत्रों को हम सब शीश नवाये
आओ ।।।
स्वरचित
जयश्री श्रीवास्तव
जया मोहन
प्रयागराज
5।6।2020
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