कमलेश सोनी

चाल वाज चीन ,कटता कितना महीनतीन तेरह तेइस का तिकड़म चला रहा है 


            अपने को गिनता है सर्व शक्तिमान तू ।।


अब तक सब धान बाइस के तौले तूने


             सावधान अब और हो जा बेईमान तू ।।


बोट भर के हो पर खोट कितनी है भरी


              गीला होगा लँगोट खूब ले पहिचान तू ।।


कमलेश नाक में नकेल तेरी डालेंगे अब


              मुँह पे मुसक्का बाँधूँगा ले मेरी मान तू ।।


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