पिता महान
21.6.2020
❤️😘❤️
पिता जीवन का आधार
वट वृक्ष सरीखा छाँयावान
काँधे पर चढ जिसके
छू लिया था आसमान ।
जीवन की खुशियाँ तुमसे है
छाँव हमारी तुमसे है
रहते हम निश्चिंत सदा ही
पाया जीवन तुमसे है ।
कर्मपथ पर चलते जाना
सीखा पिता से ही जान
कर्तव्यनिष्ठ और सत्य वदम
क्यों होता जीवन में महान ।
खुली आँखों के थे जो सपने
किया पिता ने पूरा हर काम
बिन इच्छा के सब कुछ पाया
ऐसे हैं हमारे पिता महान ।
मन कहीं जो भटका लगता
राह दिखाते वो आसान
काम सभी निर्विघ्न होते पूरे
पा पिता का आशिर्वाद ।
खेल खिलौने सीख है उनकी
जीवन पथ पर रखे संभाल
साथ हमारे सदा रहेंगे
जीवन की ये बन पहचान ।
स्वरचित
निशा"अतुल्य"
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