राजेश_कुमार_सिंह "श्रेयस

#कविता_के_फूल 38


#पदचिन्हों_को_पहचानों


 


इन पदचिन्हों को पहचानों,


पहचान बनाते है, पदचिन्ह l


जीवन में कितने विम्बित हो,


ये बतलाते हैं पदचिन्ह ll


 


पदचिन्ह नही, ये भाग्य हैं तेरे,


जीवन की दिशा बदलते हैं l


अनुगमन करो अनुश्रवण करो,


जीवन की दशा बदलते है ll


 


ये त्याग की गहरी छापे हैं,


ये कठिन तपस्या के प्रतिफल है l


ये ऊँची छलांग के संबल हैं,


ये अंतर्मन के आत्मिक बल हैं ll


 


इन पदचिन्हो के चांप सुनो,


ये चांप बहुत कुछ कहते हैं l


जीवन की दुर्गम यात्रा में,


ये साया बनकर के रहते हैं ll


 


पदचिन्हों का सम्मान करो,


ये हैं माथे के राजतिलक l


ये भाव पिता के दिल के हैं,


ये हैं सर्वोत्तम,सर्वोच्च फलक ll


 


#राजेश_कुमार_सिंह "श्रेयस"


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