किसान कर्म और किस्मत
किसान, कर्म और किस्मत तीनों ही 'क'अक्षर से शुरू होते हैं किसान जो फसल बोता है उसे काटने में अन्य की मदद ले सकता है ,किंतु कर्मों द्वारा बोई गई फसल स्वयं ही काटनी पड़ती
है।उसमें किसी अन्य की मदद नही ली
जा सकती और किस्मत आपके कर्म के अनुसार ही निर्धारित होती है।
सुप्रभात।
रश्मि लता मिश्रा
बिलासपुर
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