रवि रश्मि 'अनुभूति

9920796787****रवि रश्मि 'अनुभूति '


 


    🙏🙏


 


  दिगपाल छंद 


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यह एक सममात्रिक छंद है । इसमें चार चरण होते हैं । हर चरण में बारह - बारह के विराम से 24 मात्राएँ होती हैं । इसके दो चरणों का तुकांत मिलना अनिवार्य है । चरणांत दो गुरु मात्राएँ हों तो शोभनीय है । 


 


   बिटिया 


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प्यारी बिटिया देखो , मन को बहलाती है । 


किलकारी भर - भर वह , सभी को लुभाती है ।


बिटिया का मुझे मिला , प्यार अमृत जैसा । 


सब दुख मिट जाते हैं , मिलता दुलार ऐसा ।


 


वारि - वारि जाऊँ मैं , निहाल किया इसी ने 


हँसी से अपनी सुनो , दिया घर भर इसी ने 


प्यारी सी यह नन्ही , बस प्यार लुटाती है 


खिलखिल कर हर पल तो , दुख सदा मिटाती है ।


 


ठुमक - ठुमक कर चलना , मन को तो भाता है ।


मेरी लाडली यही , मुझको परचाती है ।


साया हूँ मैं इसका , यह मेरी थाती है ।


मेरे आँचल में आ , मुझे ही छकाती है ।


 


पायल की रुनझुन तो , मन को ही मोहे है ।


मेरा प्यार छुप गया , बार - बार टोहे है 


नूर - ए - नजर है वह , आँखों का तारा है ।


इस पर तो मैंने अब , हर सुख ही वारा है । 


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(C) रवि रश्मि 'अनुभूति '


8.6.2020 , 10:26 एएम पर रचित ।


€€€€€€€€€€€€€€€€


🙏🙏समी


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