तेरे आने से...…..........
तेरे दर्शन पाकर मोद मनाऊँ
पल भर भी तुम्हें भूल न पाऊँ
पा करके तेरे दर्शन भगवन
हों जाएं प्रफुल्लित मेरे तन मन
मैं झूम झूमके तेरे गुण गाऊँ
पल भर भी तुम्हें भूल न पाऊँ
आदिव्याधि कट जाती सारी
जब दीखें तेरी सूरत प्यारी
जगदीश्वर तब मन में हरषाऊँ
पल भर भी तुम्हें भूल न पाऊँ
"तेरे आने से" संभला है जीवन
मुरलीधर सा और न कोई धन
हे नारायण मैं तेरे गुण गाऊँ
पल भर भी तुम्हें भूल न पाऊँ
बंशीधर हे जगजीवन ज्योती
सत्य हृदय के शोभित मोती
अदभुत छवि पर बलि बलि जाऊँ
पल भर भी तुम्हें भूल न पाऊँ।
श्री श्यामाय नमो नमः🌹🌹🌹🌹🌹👏👏👏👏👏
सत्यप्रकाश पाण्डेय
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें