सुरभि धन में प्राण बसे है
गाय मानव की हितकारी
अदभुत उत्पाद पंचगव्य
जीवन कूं कल्याणकारी
पालन से गोपाल कहाऊं
अति प्यारों लागे ये नाम
दूध दही और माखन खा
मेरी देह बनी अभिराम
धन्य हो नर तेरा जीवन
करले गौ माता से प्यार
गौ ईश्वर का रुप दूसरा
ऐसा कहें स्वयं करतार।
गोपालाय नमो नमः🌹🌹🌹🌹🌹👏👏👏👏👏
सत्यप्रकाश पाण्डेय
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें