जय सरस्वती मां
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शीर्षक: करो चीन का संपूर्ण बहिष्कार
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देशभर में जागा क्रोध है
लेना चीन से प्रतिशोध है
सीमा पर करे तकरार है
फिर हमसे करें व्यापार हैं
चीन का फन कुचलना होगा
ड्रैगन पर वार करना होगा
अब मिलकर रण करना होगा
हम सबको प्रण करना होगा
अपनी शक्ति दिखानी होंगी
औकात भी बतानी होगी
इस बार विरोध में धार हो
चाइना में हाहाकार हो
रफ्तार पर अब प्रहार करो
अब चीन का बहिष्कार करो
चरित्र में इसके पाप है
हरी घास में हरा सांप है
ना कोई धर्म ना ईमान है
शांति का दुश्मन शैतान है
समझो दो मुंहे की चाल को
और फैलते इसके जाल को
चार कदम है आगे आता
भगाने पर दो कदम जाता
दो कदम हड़प कर जाता है
ऐसे साम्राज्य बढ़ाता है
चमगादड़ खाने वाला है
वायरस फैलाने वाला है
खुली नहीं आंख दिखाता है
गलवान को अपना बताता है
शांति प्रिय है देश हमारा
वसुधैव कुटुंबकम है नारा
दुनिया को बुद्ध दिए हमने
शांति हेतु युद्ध किये हमने
भू माफिया है यह भिखारी
बुद्धि गई है इसकी मारी
चीन का काल अब आया है
गलवान में मरने आया है
भारत से जो टकराता है
पूरा ही वो मिट जाता है
कभी भारत से बैर लेना
प्राणो का मोह छोड़ देना
शेरों को जो उकसाओगे
तुम वहीं ढेर हो जाओगे
गलवान नहीं ले पाओगे
बीजींग जरूर गंवाओगे।
-soni kumari pandey
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