*एक खूबसूरत कहानी"
जाड़ों की गुनगुनी धूप जैसा ,
इस बेगानी सी दुनियां में ,
तुम्हारा वो अपनापन ।
यादों के गलीचे पर खड़े होकर ,
तुम्हारा रूठना मुस्कुराना ।
तुम्हें बस महसूस करना ,
सुनो!अब यही सुकून है मेरा ।
हमारे हर तरफ है जो ये ,
तुम्हारे प्यार का अनन्त पहरा ।
फिर किसी रोज लिखनी है,
अब एक अपनी कहानी ,
जिसके तुम राजा मैं रानी ।
जीवन मरण के फेर से दूर ,
उस कोरे अनन्त क्षितिज पर ,
तुमसे मिलना होगा अब मुझे ,
कभी भी जुदा न होने के लिए ,
फिर सदियों तलक
याद रखी जायेगी,
एक खूबसूरत कहानी ,
जिसके तुम राजा मैं रानी ।
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- राजाजीपुरम , लखनऊ,
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