ऐ मेरे वतन के लोगों,
तुम खूब लगा लो नारा
ये प्रण होगा हम सब का,
चीनी सामान से करें किनारा
यह मत भूलो गलवान में,
वीरों ने हैं प्राण गँवाए
कुछ याद उन्हें भी कर लो,
जो लौट के घर ना आये।-2
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ए मेरे वतन के लोगों,
जरा आँख में भर लो पानी। जो शहीद हुए हैं उनकी,
जरा याद करो कुर्बानी।
____________________________(2)
जब पागल हुआ चीनी ड्रैगन,
किया कृत्य बड़ा उन्मादी
शान्ति-अमन की बात किया वो,
फिर कर दिया धोखेबाजी
गिरगिट की तरा- रंग बदल कर,
ड्रैगन है किया नादानी
जो कृत्य किया है चीनी ड्रैगन,
उनकी याद रखो कारिस्तानी
जब देश लड़ रहा था कोरोना से,
वो बुन रहे थे चालसाजी
धोंखे से निहत्थे वीरों पर,
कर दिये वो पत्थर बाजी
थे धन्य शैतान वो चीनी,
थी धन्य उनकी शैतानी
जो कुकृत्य किये हैं उसने,
जरा याद रखो कारिस्तानी
कोई सिख कोई यूपीवासी,
तेरह वीर बिहार के वासी
शरहद पर मरने वाला,-2
हर वीर था भारतवासी।
जो खून गिरा पर्वत पर,
वो खून था हिन्दुस्तानी
जो शहीद हुए हैं बीसों,
उनकी बीस रही है जवानी
थी खून से लथपथ काया,
फिर भी वे ना घबराते दो-दो के औसतन मारा,
फिर गिर गये होश गवांके।
जब अन्त समय आया तो,-2
कह गये कि हम मरते हैं।
ड्रैगन पे भरोसा ना करना,-2
वो धोखा ही करते हैं।-2
क्या लोग थे वे दीवाने,
क्या लोग थे वे अभिमानी
जो शहीद हुए हैं उनकी,
जरा याद करो कुर्बानी
तूम भूल न जाना उनको,
इस लिए लिखे ए कहानी।
जो शहीद हुए हैं उनकी,
जरा याद करो कुर्बानी।
जय हिंद,जय हिन्द,जय हिन्द,जय हिंद की सेना।--------
Sindhuja Srivastava
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