आलोक कुमार यादव

गर्व मुझे अपनी धरती पर,


सबसे प्यारा हिंदुस्तान।


मातृभूमि की रक्षा के हित,


जीवन हो जाए बलिदान।।


 


जीवन हो जाए बलिदान,


बाकी न रहे कोई भी ग़म।


वीरों की यह धरती भारत,


रुकें न अपने कभी कदम।।


 


कितने वीरों ने इसके हित,


अपना रक्त बहाया है।


भारत माँ की रक्षा के हित,


निज कर में तेग उठाया है ।।


 


वीर सपूतों ने भारत के,


दुश्मन पर जब वार किया।


शीश लोटने लगे धरा पर,


जब अरि का संहार किया।


 


राणा लक्ष्मीबाई ने भी,


तलवारों से प्यार किया।


'आलोक' देश रक्षा हित में,


दुश्मन का संहार किया।।


 


 स्वतंत्रता दिवस हम सभी 


मिलकर आज मनाते हैं। 


भारत माता के गौरव का


एक प्यारा गीत गाते हैं ।।


 


 सबसे प्यारा भारत अपना


 इसका सब गुणगान करें। 


  भारत माँ की रक्षा खातिर


 निज हित का बलिदान करें।।


 


आलोक कुमार यादव


असिस्टेंट प्रोफ़ेसर


हेमवती नंदन बहुगुणा 


केंद्रीय विश्वविद्यालय 


उत्तराखंड


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