अविनाश सिंह

अटल थे वो


अटल ही रहेंगे


जय अटल।


 


सादा जीवन


सरल था स्वभाव


उच्च विचार।


 


नही डरते


अटल ही रहते


शत्रु काँपते।


 


शुरू की यात्रा


दिल्ली से लाहौर की


प्रथम यात्री।


 


रोड प्रोजेक्ट


जोड़ा गाँव-शहर


मुख्य उद्देश्य।


 


कोलकाता को


दिल्ली,चेन्नई,मुंबई


संग जोड़ा।


 


एक सपना


सबका हो विकास


रहे अटल।


 


दिया साहस


सैनिकों को बढ़ावा


जंग जिताया।


 


प्रथम मंत्री


दिया हिंदी व्याख्यान


गौरवान्वित।


 


किया उन्होंने


परमाणु परीक्षण


पोखरण में।


 


प्रसिद्ध कवि


ग्वालियर के लाल


ओज के कवि।


 


दिलाया जीत


कारगिल युद्ध में


चटाया धूल।


 


जहां भी रहे


किया देश का नाम


शान से रहे।


 


अटल नाम


अटल थे इरादे


काम अटल।


 


भारत रत्न


पद्म से विभूषित


थे वो अटल।


 


सफल नेता


पत्रकार व कवि


प्रधानमंत्री।


 


मृत्यु या हत्या


बिन्दु बिन्दु विचार


प्रमुख कृति।


 


कुशल नेता


बहुमुखी प्रतिभा


के थे वो धनी।


 


अविनाश सिंह


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