बंशीधर शिवहरे

हम भारत माँ के बेटे है ,


मां पे शहीद हो जाएंगे ।


लेकिन मां के आंचल को ,


दुश्मन न छूने पायेंगे ।।


हम भारत माँ के बेटे है__ __ __ __ __ __


 


ये चीन तेरी चालाकी में ,


अब हम ना आने वाले है।


तू लाख बिछा दे जाल मगर ,


हम तुझको डसने वाले है ।।


इतरा ना इतना खुद पे तू ,


हम धूल ही तुझे चटाएंगे ।


लेकिन मां के आंचल को........ 


 


एक तो कोरोना भेज दिया ,


सारी दुनिया को हैरान किया ।


इक्कीसवीं सदी में जाना था ,


तूने और पीछे ढकेल दिया ।।


खुद को न विश्व गुरू समझो ,


हम पीछे करते जायेंगे ।


लेकिन माँ के आंचल को .......


 


ऐ पाक ना हमको आंख दिखा ,


हमको तुझसे क्या लेना है ।


है जितनी तेरी अबादी,


उतनी तो हमारी सेना है ।


चुटकी में मसल कर रख देंगे ,


  पी ओ के से तुझे हटायेंगे ।


लेकिन माँ के आंचल को 


दुश्मन न छूने पायेंगे ।।


हम भारत माँ के बेटे हैं,


मां पर शहीद हो जाएंगे।।


 


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