भावना गौड़

वन्देमातरम वन्देमातरम


हम भारत के है स्वतंत्र नागरिक


अपना इक कर्तव्य निभाएंगे 


स्वतंत्र दिवस पर हम जन जन को


अपना शौर्य अपनी वीरता से


अपना परिचय सभी को करवाएंगे


वन्देमातरम वन्देमातरम


कमजोर नहीं हम हौसलों की


कड़ी चुनौती की टक्कर से


अपनी सीमा प्रहरी बनकर 


मातृभूमि पर अपने प्राण न्यौछावर


ऊंची चोटी पर अपना तिरंगा फैराएंगे


वन्देमातरम वन्देमातरम


तीन रंग से बना तिरंगा हमारा


मातृभूमि की शान है


देश के गौरव की यही पहचान


मातृभूमि के लिए प्राणों की आहुति


दुश्मन के दाँत खट्टे कर


थोड़ा तो अपना कर्ज चुकाएंगे


वन्देमातरम वन्देमातरम


भारत माँ के शान के ख़ातिर


वीरों ने जान गवाई है


आसान नहीं था स्वतंत्रता पाना


भगतसिंह सुखदेव राजगुरू ने


मातृभूमि की रक्षा में कुछ फर्ज निभाएगे


वन्देमातरम वन्देमातरम


हम भारत के है स्वतंत्र नागरिक


अपना इक कर्तव्य निभाएंगे ।


 


स्वरचित रचना:- भावना गौड़


    ग्रेटर नोएडा(उत्तर प्रदेश)


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