वीरों की कुर्बानी को इक नया आयाम दे ।
चित्रकार चित्र में तू वीरों को सलाम दे ।
केसरिया हो रंग जीवन ज्योति सा निखार दे।
हरा से हरियाली है,श्वेत शांति का विचार दे।
चित्रकार चित्र में तू वीरों को सलाम दे..
चित्र में हो दयानंद वेदों का प्रचार हो ।
मीटे अधर्म जग में धर्म का प्रसार हो ।
युवावर्ग को विवेकानंद और बापू का विचार दे।
चित्रकार चित्र में तू वीरों को सलाम दे.....
लक्ष्मीबाई काअंग्रेजो से युद्ध हुआ था भारी ।
तात्या टोपे वीर और मंगल जैसे क्रांतिकारी। तिलक जी आजादी हेतु करते उद्घोष भारी।
शिवाजी की माता, जीजाबाई जैसे रचनाकार दे। चित्रकार चित्र में तू वीरों को सलाम दे ....
राम प्रसाद बिस्मिल फाँसी पर भी गाना गाते । सुभाषचंद्र बोस राष्ट्रहित सेना नयी बनाते ।
हो जिसमें वीरों सा जज्बा सेना वही सजा दे । चित्रकार चित्र में तू वीरों को सलाम .....
राजगुरु,सुखदेव ,भगत सिंह हंस कर फाँसी खाते ।
लौह पुरुष सरदार पटेल भारत दिव्य बनाते ।
लाल बहादुर शास्त्री जैसे आजाद के विचार दे। चित्रकार चित्र में तू वीरों को सलाम दे ....
माँ के मस्तक पर इन वीरों ने तिलक लगाया ।
तूफानों से लड़कर है तिरंगा फहराया ।
आजादी का मोल जीवन देकर है चुकाया ।
इन वीरों के सम्मान में चित्र को नवाकार दे
चित्रकार चित्र में तू वीरों को सलाम दे ।
डॉ.अनिता सिंह
सीपत रोड, राजीव विहार
बिलासपुर (छत्तीसगढ़)
पिन-495006
मोबाइल नंबर-9907901875
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