कर लें राष्ट्र को नमन
चले देशभक्ति की पवन।
राष्ट्र है तो मिलजुल कर सब
प्रेम- शांति से रहते हैं
राष्ट्र है तो लोग सुखी हैं
अपने मन की करते हैं
राष्ट्र है तो गौरव है
राष्ट्र बिना कुछ भी नहीं
राष्ट्र है तो जीवन है
बिना राष्ट्र पल भी नहीं
है राष्ट्र ही चमन
कर लें राष्ट्र को नमन।
राष्ट्र है तो सारे दुख
छोटे, लघुत्तम लगते हैं
राष्ट्र है तो कांटे भी
फूल सुगंधित लगते हैं
राष्ट्र है तो तिरंगा भी
उत्सव पर लहराता है
हर नागरिक आजादी के
गीत मज़े से गाता है
हों राष्ट्र में मगन
कर लें राष्ट्र को नमन।
चले देशभक्ति की पवन
कर लें राष्ट्र को नमन।
प्रो डॉ दिवाकर दिनेश गौड़
गोधरा (गुजरात)
मो- 9426387438
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