डॉ. निर्मला शर्मा 

" ट्वीट वार "


आधुनिक युग का यह देखो, नया बना हथियार। 


अपनी जान बचाओ भाई, हो ना जाए तुम पर वार। 


ध्वनि से तीव्र गति है इसकी, चलता वेग सवार ।


आधुनिक युग का है भाइयों, यह धारदार हथियार।


 इतिहास के पन्नों में छिपे हैं,अनेक युद्धों के सार।


 होती थी गोलाबारी तब ,चलते शस्त्र अनेक प्रकार।


 ज्यों ज्यों पनपी मानवीय सभ्यता, बने विविध संचार।


 धरती पर साधनों का प्रतिदिन, होता नया विचार।


 लैटर बम फूटते सभा में, हुए हताहत सभी कुमार।


 यह कैसा अजूबा भाई!!, बिन धुएँ कैसे बना गुबार ।


 ट्वीट वार है शस्त्र अनोखा ,जिसका है अचूक सा वार।


 जिस पर साधा जाए निशाना ,लुट जाए उसका संसार। बुद्धिजीवी वर्ग का है यह ,ब्रह्मास्त्र सा अभेद वार ।


 कितना भी ताकतवर हो शत्रु, इसे ना सकता वह नकार सोशल मीडिया की स्थली पर, सबसे असरदार हथियार।


 पड़ जाए मुश्किल भारी गर ,अवश्य करो इसका व्यवहार तुरत हटे विपदा पल में ही , सपना हो जाए साकार।


 


 डॉ. निर्मला शर्मा 


दौसा राजस्थान


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