हे भारत रत्न राजीव रतन
कोटि-कोटि नमन, वन्दन,
तेरे बलिदान दिवस पर देखो
कृतज्ञ राष्ट्र करता क्रन्दन।
आतंकी दल लिट्टे ने जब
निजघाती दस्ता तैयार किया,
छद्म रूप से तेरे ऊपर
घातक बम प्रहार किया।
मृदुभाषी व्यवहार कुशल
व्यक्तित्व में आकर्षण था,
समृद्धि में जन्म लिया पर
जीवन में संघर्षण था।
हे जननायक शान्तिदूत
आधुनिक भारत के निर्माता,
पंचायतीराज के विस्तारक
सूचना क्रांति के अधिष्ठाता।
बलिदान व्यर्थ न जायेगा
भरसक प्रयास हमारा होगा,
आतंकवाद का निर्मूलन ही
राष्ट्रवाद का नारा होगा।
डॉ० प्रभुनाथ गुप्त 'विवश'
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