एक दिन माँ से कहा जा रहा हूँ सीमा पर,
कर देश सेवा राष्ट्र्धर्म को निभाउंगा।
लडूंगा मै डट कर और सीना तान कर,
शत्रुओं को कभी नही पीठ मै दिखाऊँगा।
सीमा पर मर जाऊँ मिट जाऊँ गा मगर,
माता कभी नहीं तेरे दूध को लजाऊँगा।
शत्रुओं से लड़कर उनको खदेडकर,
नहीं तो तिरंगे मे लिपट घर आऊँगा ।।
डॉ0विद्या सागर मिश्र "सागर"
लखनऊ उ0प्र0
मो नं 9452018190
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