घर में ही रहें आप कि अभी
कॅरोना का बुरा हाल है।
इस दुष्ट कॅरोना की चल रही
अभी भी वक्री चाल है।।
तुम अमर हो कि तुम्हें तो
कॅरोना हो नहीं सकता।
यह तो बस तेरा एक खोखला
ही वहमो ख्याल है।।
अभी तो बस दूर दूर से ही आप
दुनियादारी को निभाइये।
स्तिथि को खूब समझिये और
जरा समझदारी दिखाइये।।
खुद बचें इस महामारी से और
औरों को भी बचाइये आप।
यह सावधानी अपने घर परिवार
में भी आप बतलाइये।।
यह मान कर ही चलो कि सामने
वाले को कॅरोना है।
तेरा उससे मिलने का मतलब कि
तुझको भी होना है।।
क्यों जान यूँ ही अपनी जोखिम
में डाल रहा है तू।
क्यों लापरवाही में फंस कर बस
तुझको रोना धोना है।।
एस के कपूर श्री हंस
बरेली।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें