बच्चे भारत के भविष्य भाग्य विधाता।
आगे 2050 का भारत तो
आज का बच्चा है।
ढाल लो जैसे भी उसको कि
मन का सच्चा है।।
जिस साँचे में डालोगे उसे
बन जायेगा वैसा ही।
अभी पका नहीं कि वो आज
मिट्टी का कच्चा है।।
बहुत सारे विकल्प हैं आपके
पास आजमाने को।
उसको सुसंस्कृत संस्कारी
जैसा भी बनाने को।।
चाहो तो मोबाइल गेम्स और
पब्जी में झोंक दो।
यही उचित समय है उन्हें
शौर्य गाथायें सुनाने को।।
बच्चा आगे बनेगा हठी या
नहीं ये आज तय करेगा।
जो कुछ सिखायेंगे आज वो
वैसी ही लय भरेगा।।
बच्चे देश के कर्णधार भारत
के वो भाग्य विधाता।
आज की शिक्षा के सहारे ही
चुनौतियों से वह लड़ेगा।।
आज के नौनिहाल कल के
वो राष्ट्र निर्माता हैं।
आज डालिये अच्छी आदतें
कि वो भविष्यदाता हैं।।
स्वस्थ, सुडौल, आज से ही
उनको बनाये आप ।
बच्चे भारत नव निर्माण के
बनेगें भाग्य विधाता हैं।।
एस के कपूर श्री हंस
बरेली।
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