नूतन लाल साहू

आज ऐतिहासिक दिवस है


हमे गर्व है कि हम हिन्दू हैं


अयोध्या में प्रभु राम का मंदिर अब बन जायेगा


पर अपने मन मंदिर में प्रभु राम को बैठा लो


तो तुम,सचमुच में इंसान बन जायेगा


शंख बजेगा, बादल भी गरजेगा


बहुत दिनों से इंतजार था,इस दिन का


पानी भी रिमझिम रिमझिम बरसेगा


आज का दिन इतिहास में


स्वर्ण अक्षरों से लिखा जायेगा


हमे गर्व है कि हम हिन्दू हैं


अयोध्या में प्रभु राम का मंदिर अब बन जायेगा


पर अपने मन मंदिर में प्रभु राम को बैठा लो


तो प्रभु सचमुच में इंसान बन जायेगा


यह तन है,एक जर्जर नैया


प्रभु राम ही है,केवल खिवैया


जिसने गणिका गिद्ध अजामिल तारे


तारे सदन कसाई है


जूठे बेर शबरी के खाये


वहीं मेरे प्रभू,राम रघुराई है


हमे गर्व है कि हम हिन्दू हैं


अयोध्या में प्रभु राम का मंदिर अब बन जायेगा


पर अपने मन मंदिर में प्रभु राम को बैठा लो


तो तुम सचमुच में इंसान बन जायेगा


उठ जाग मुसाफिर,अब भोर भयो


अब रैन कहां, जो सोवत है


जो जागत है,सो पावत है


मै नहीं,मेरा नहीं,यह तन किसी का है दिया


साधना की राह पर,साधन किसी का है दिया


जो प्रभु राम के चरण को चित लायेगा


वो भवसागर से तर जायेगा


हमे गर्व कि हम हिन्दू हैं


अयोध्या में प्रभु राम का मंदिर अब बन जायेगा


पर अपने मन मंदिर में प्रभु राम को बैठा लो


तो तुम सचमुच में इंसान बन जायेगा


नूतन लाल साहू


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