नूतन लाल साहू

पानी च पानी


कोनो मेर ये फुसुर फासर


कोनो मेर विस्फोटक


काकरो बर ये सुग्घर पानी


काकरो बर हे अडबड़ हानि


डोंगरी करय महर महर


मोरनी नाचय झुमुर झामर


लहर लहर गंगा ह करे


झमाझम बरसे पानी च पानी


कोनो मेर ये फुसुर फासर


कोनो मेर विस्फोटक


काकरो बर हे सुग्घर पानी


काकरो बर हे अडबड़ हानि


चोरों बोरो खेत खलिहान होगे


चोरों बोरो घर द्वार


चोरों बोरो सब मइनखे होगे


दू दिन ले गिरत हे पानी च पानी


कोनो मेर ये फुसुर फासर


कोनो मेर विस्फोटक


काकरो बर ये सुग्घर पानी


काकरो बर हे अडबड़ हानि


बरसा रानी अपन केस छरियाय हे


करिया बादर उमड़ के आय हे


बिजना डोलावय हवा, सर सर सर सर


परय फुहार झर झर झर झर


कोनो मेर ये फुसुर फासर


कोनो मेर विस्फोटक


काकरो बर ये सुग्घर पानी


काकरो बर हे अडबड़ हानि


धान के कटोरा,छत्तीसगढ़ म


जब निर्मल जल बरसावे


हरियर लुगरा पहिन के धरती


सब के मन हरसावे


कोनो मेर ये फुसुर फासर


कोनो मेर विस्फोटक


काकरो बर ये सुग्घर पानी


काकरो बर हे अडबड़ हानि


 


नूतन लाल साहू


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