वीरों की हर सांस में,
है वफा एहसास में।
पूरा अपना ख्वाब हुआ,
देश जब आजाद हुआ।
सारी खुशियां मिल गईं,
जब तिरंगा हाथ हुआ।
स्वप्न सलोने सज गये, आज के उल्लास में।
है शहीदों को नमन,
जिसके दम है यह चमन।
देश की हर आन में,
जो मिटाते अपना तन।
हम न भूलेंगे कभी, वीरों के प्रयास को।।
जो हवा अब बह रही,
खुल के हमसे कह रही।
आने वाली हर घड़ी ,
रूप बदल कर चल रही।
कह दो कि हम नहीं,जिन्हें यकीं हो विनाश में।।
इस वतन.............................।।
प्रदीप बहराइची
बहराइच, उ.प्र.
मो नं.- 8931015684
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