गीत :- मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है।
करता है तू कन्हैया मेरा नाम हो रहा है।
गीत पर आधारित कविता सभी महानुभावो के सामने प्रस्तुत है।
कविता :-
करता है ,तू कन्हैया मेरा हर काम विख्यात हो रहा है
तेरे बिना में क्या थी? तेरे होने से मुक़्क़म्मल हर ख़्वाब हो रहा है।
कुब्जा सी थी में , राधा और मीरा सा
हर दिन प्यार मिल रहा है,
ग़मो से भरी थी में ,अश्को की सखी थी में,
सुदामा की तरह तेरा दिया राजपाट मिल रहा है।
हैरान है जमाना मंज़िल भी मिल रही है।।
कीचड़ में मेरी जिंदगी तेरी कृपा से कान्हा ,
कमल सी खिल रही है।
पतझड़ में तेरी वजह से मुझे ,फूलो की बहार मिल रही है।
तूफानों में मेरी कश्ती ,तेरी कृपा से किनारो से मिल रही है।
करती नही में कुछ भी बस तेरी रहमतो से आबाद,
सीरत मेरी हुई है।
किसी और चीज़ की अब चाह ही नही है ,
अख़बारों में इश्तिहार मेरे अब क्रिशू की कलम लिख रही है।
देखती हूँ बस तेरी सूरत भीगी पलको से,
और तेरी कृपा से मेरी फ़ोटो
कभी tv तो कभी अख़बार में दिख रही है।
जानता था कौन इस नाम को ,
जब से ये प्रिया कृष्णप्रिया बनी है ,
इस नाम की वाह वाही हर जुबा से मिल रही है।
आपकी कृपा से मेरी जिंदगी खुशियों से भरी है,
करता नही में कुछ भी बस तेरी कृपा बरस रही है।
प्रिया चारण (krishu)
उदयपुर
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